Thursday, September 4, 2008

मौसम की बेरुखी से लुट गई खरीफ की बगिया

खरीफ फसल का अंकगणित - बिहार में 150 करोड़ रु. की फसल बर्बाद

कुमार नरोत्तम / नई दिल्ली September 03, 2008



बिहार में आई विनाशकारी बाढ़ की वजह से 1.25 हेक्टेयर में फैली 150 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद हुई है। राज्य कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है।

उन्होंने कहा कि धान और मक्का की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है। इसके अलावा दलहन, केला और सब्जियों की बागवानी भी बर्बाद हुए हैं। बर्बादी का आकलन फसल के क्षेत्रफल और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में औसत उपज के आधार पर किया जा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बाढ़ के बाद खेतों में नमकीन रेत रह जाती है, तो इससे रबी फसल भी प्रभावित हो सकती है। उल्लेखनीय है कि राज्य की मुख्य खरीफ फसलों में चावल और मक्का है जिसकी बुआई जून-जुलाई में शुरू हो जाती है। मगर इस साल सुपौल, सहरसा, अररिया और मधेपुरा में आई बाढ़ से ये फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।

विश्लेषक मानते हैं कि बिहार के दूसरे इलाके में इसके रकबे को बढ़ाकर इस नुकसान को कमोबेश कम किया जा सकता है। पिछले साल देश में 8 करोड़ 30 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ था, जो उससे पिछले साल के 8 करोड़ टन से थोडा ज्यादा था।

मोटे तौर पर भारत में इस साल जून तक 9 करोड़ 30 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ है। मगर इस साल बाढ़ की वजह से खरीफ की बुआई में 2 से 3 प्रतिशत की कमी देखी जा सकती है। देश में मक्के का उत्पादन 67 लाख हेक्टेयर में होने का अनुमान है।

1 comment:

गजेन्द्र सिंह भाटी said...

To,
Antargatha.

Bihar has faced the extremest tragedy of floods and destruction.The amount of loss to the crops there is really saddening.you put up the right question on the right time.

I would be glad if you right about the devastation assam is facing right now.

19 out of 21 districts of assam are submerged into water.The entire water of all the sister north-eastern states gets down to assam.

The funds alloted to assam by EUROPEAN UNION have been cancelled and given to Bihar.

This is due to the lack of media attention being paid to assam.

People are important everywhere in India. Help must be provided to the every viction.Pains must die of all.

Gajendra Singh Bhati
Aakhar.IIMC