कुमार नरोत्तम / January 12, 2009
मुंबई की झुग्गी बस्ती के एक लड़के की कहानी पर आधारित फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' की सर्वश्रेष्ठ मूल संगीत रचना के लिए गोल्डन ग्लोब का पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बन कर संगीतकार ए आर रहमान ने इतिहास रच दिया ।
वहीं इस फिल्म ने चार श्रेणियों में पुरस्कार जीत कर धूम मचा दी। झुग्गी निवासी एक युवक के करोड़पति बनने की इस कहानी का निर्देशन ब्रिटिश निर्माता डैनी बोयले ने किया है। यह फिल्म जिन चार श्रेणियों में नामित हुई थी, उन सभी में इसने बाजी मार ली। उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म अगले माह आस्कर समारोह में भी करिश्मा कर दिखाएगी।
फिल्म के लिए डैनी बोएले को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ संगीत के लिए ए. आर. रहमान, सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले के लिए सिमान ब्यूफोय को पुरस्कार दिया गया।
इसके अलावा फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ ड्रामा के लिए भी पुरस्कार हासिल किया है। इस फिल्म के गीत 'जय हो' के लिए 43 वर्षीय रहमान ने सर्वश्रेष्ठ मूल संगीत रचना के लिए गोल्डन ग्लोब का पुरस्कार जीता है। इस गीत को लिखा है मशहूर गीतकार गुलजार ने।
गोल्डन ग्लोब पुरस्कार वितरण समारोह का नजारा अपने शबाब पर था। ज्योंही मंच से 'किंग ऑफ बॉलीवुड' की घोषणा के साथ शाहरुख खान का परिचय कराया गया, तालियों की गड़गड़ाहट के बीच काले रंग के सूट पहने बॉलीवुड के बादशाह किंग खान सबके सामने पेश हुए। मंच पर किंग खान का साथ फ्रिदा पिंटो ने दिया, जो गोल्डन गाउन पहने हुए थीं। फ्रिदा पिंटो ने फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर में नायिका की भूमिका निभाई है। शाहरुख समारोह में अपने करीबी मित्र करण जौहर और पत्नी गौरी खान के साथ शिरकत कर रहे थे। वह इस समारोह में बतौर प्रस्तोता आमंत्रित थे। यह सम्मान पाने वाले किंग खान पहले भारतीय अभिनेता भी बन गए। अब सभी पुरस्कार घोषणा का इंतजार कर रहे थे। आखिरकार वह घड़ी भी आ गई। क्रिस पाइन और कैरी क्विंटो ने घोषणा की , 'द अवार्ड इन पिक्चर ड्रामा केटेगरी गोज टू..., स्लमडॉग मिलियनेयर'। बस यह सुनने भर की देर थी कि इस फिल्म की पूरी टीम अपनी अपनी सीट पर उछलने लगे और पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। सके बाद जैसे ही सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के लिए ए. आर. रहमान के नाम की घोषणा हुई, हॉल में बैठे लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शाहरूख खान ने शुरू में ही कहा था कि अगर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार श्रेणी में ए. आ. रहमान को पुरस्कार मिलता है, तो सबसे जोर से ताली वह ही बजाएंगे। और जैसे ही इसकी घोषणा हुई, तालियां इतनी जोर से बजीं कि शाहरुख की ताली भी उसमें गुम हो गई। रहमान ने इस अभूतपूर्व उपलब्धि को देश के नाम समर्पित किया। इसके बाद तो लोगों के दिल की धड़कनें और तेज हो गई। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन और सर्वश्रेष्ठ पटकथा का अवार्ड मिला। 52 वर्षीय निर्देशक बोयले की खुशी का ठिकाना नहीं था, क्योंकि यह उनका भी पहला गोल्डन ग्लोब अवार्ड था।
क्या है गोल्डन ग्लोब?
मनोरंजन उद्योग में हुए बेहतरीन कार्यों को सम्मानित करने के लिए हॉलीवुड फॉरेन प्रेस एसोसिएशन (एचएफपीए) हर साल गोल्डन ग्लोब अवार्ड देता है। इस अवार्ड के तहत मोशन पिक्चर्स और टेलीविजन के बेहतरीन कामों को शामिल किया जाता है।
पहला गोल्डन अवार्ड का आयोजन जनवरी 1944 में लॉस एंजिल्स के 20 वें सेंचुरी फॉक्स स्टूडियो में किया गया। 66 वें गोल्डन ग्लोब अवार्ड 2008 का आयोजन 11 जनवरी 2009 को कैलिफोर्निया के बेवरली हिल्टन होटल में किया गया।
इससे पहले दो भारतीय फिल्म 'देवदास' और 'रंग दे बसंती' को गोल्डन ग्लोब अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन इन फिल्मों को कोई अवार्ड नहीं मिल सका।
क्या है स्लमडॉग मिलियनेयर?
सिमोन ब्यूफोय ने स्लमडॉग मिलियनेयर की पटकथा एक भारतीय राजनयिक- विकास स्वरूप के उपन्यास ''क्यू ऐंड ए'' को आधार बना कर लिखी। यह फिल्म 18 साल के अनाथ और अनपढ़ युवक जमाल मलिक की कहानी है, जो 'कौन बनेगा करोड़पति' में अपनी किस्मत आजमाने पहुंचता है।
जब यह लड़का एक करोड़ रुपये जीतने के करीब होता है, तो पुलिस की छानबीन में पता चलता है कि वह मुंबई की झुग्गी झोपड़ी में रहता है और पुलिस उसे हिरासत में ले लेती है। बाद में पता चलता है कि वह एक लड़की से प्यार करता है, जो 'कौन बनेगा करोड़पति' शो को बड़ी लगन से देखती है।
उसे पाने के लिए वह इस शो में पहुंचने की खातिर हर प्रकार के हथकंडे अपनाता है। यह फिल्म भारत में 23 जनवरी को रिलीज होने वाली है।
इस फिल्म में गेम शो जीतने वाले अनाथ बच्चे जमाल का किरदार देव पटेल ने निभाया है। फ्रिदा पिंटो उसकी प्रेमिका लतिका की भूमिका में है। इस फिल्म ने इससे पहले टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में 'पीपुल्स च्वाइस अवार्ड' जीता था।
Tuesday, January 13, 2009
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